मैं पूरा ब्लॉग पढ गया अंत तक एक लाइन नही मिली विषय के बारे में।
उसके पहले हमारे साधु गुरु जी को "तितली टाइप लड़कियों" प्रयोग करते हुए शर्म भी नही आई और अब भी कहेंगे कि मै तो स्त्रियों कि इज्जत करता हूँ।
अंत मे - क्या डॉक्टरों का भी विरोध होना चाहिए, या मुल्लओं को भी छूट मिलनी चाहिए जान लेने की, सोच क्या है, शायद लेखक को भी मलूम नही थ इसलिए कुछ लिखा नही।
(http://ahsaskiparten.blogspot.com/2010/07/butterfly-anwer-jamal.html)
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ReplyDeletevery nice
ReplyDeleteआप की समीक्षा सराहनीय है
ReplyDeleteसमीक्षा अच्छी लगी। मेरे पोस्ट पर आना अच्छा लगा।
ReplyDeleteplease remove abusive word ''g...'.this is not sending right message .you can express your agony in desent manner .on the other hand your writing skills are too good .i hope you do'nt mind my advise .
ReplyDeleteगांडु गुरु
ReplyDeletenaam kuchh samajh nahi aaya sahab
wese aap likhte bahut achcha hai
आप लिखते है ..अच्छा ..लेकिन कुछ शब्द मुझे भी समझ नहीं आये ...जरा अर्थ बताना ....क्या माजरा है ...आपका आभार
ReplyDeleteमैने आपत्तिजनक शब्द बिना किसी शर्त के हटा लिया है पर क्या आपमे से कोइ मुझे बेहतर शब्द सुझा सकता है।
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