यह एक ब्लॉग है जिस पर मैं कुछ हद तक गुरु घंटाल को साधुवाद देने के करीब तक पहुँच गया था। निश्चित तौर पर ब्लात्कारियों के लिए मृत्यु दण्ड मेरी भी मांग है। पर यह जनाब अपने को विश्व मामलों का जानकार समझने की भूल कर बैठते हैं और गडबड कर बैठते हैं, इन्होने लिखा है कि (टिप्पणी मे) "अपने कथन के सुबूत में किसी इस्लामी देश की तुलनात्मक बलात्कार दर पेश करें" अब इन्हे कौन समझाए कि अरब देश मे समाचार पर sensor हैं अभी तक। क्या यह ज़नाब जानते हैं कि अरब देशों मे तापमान 50 degree celcius के ऊपर नही जाता, कभी भी gulf news online देख लीजीए, अब क्या हम इसको भी मानें? और वैसे भी अरब देशों मे घरेलू नौकरानियां तो इस शारिरिक शोषण का शिकार होती ही रहती हैं पर ये तो कुरान के अनुसार ज़ायज है न।
http://ahsaskiparten.blogspot.com/2010/11/rape-anwer-jamal.html
बहुत सार्थक प्रस्तुति .विचारणीय आलेख.आभार.....
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